17 मार्च, 2018

जीवन की परिभाषा



कभी जीने की आशा
कभी मन की निराशा
कभी खुशियों की धूप
कभी हकीकत की छाँव  
कहीं कुछ खो कर
 पाने की आशा
शायद यही है
जीवन की परिभाषा
मुट्ठी भर खुशियों
गाडी भर झमेले
लेलूं  मैं किसे पहले
सोचने  का  समय कहाँ
यही है फलसफा जिन्दगी का
देने वाला एक
लेने वाले अनेक
जो झोली भर ले आया
अधिक पाने की लालसा में
  थैली फटी  सब व्यर्थ में गवाया
क्या पाया क्या गवाया
है यही गणित जीवन का |

आशा




14 मार्च, 2018

उम्मीद

चित्र में ये शामिल हो सकता है: 1 व्यक्ति, मुस्कुराते हुए, खड़े रहना, बैठे हैं और बच्चा
आज की दुनिया टिकी है 
प्रगति के सोच पर
नन्हीं  सी  आशा पर
उसके विस्तार पर
रहता है हर मन में
एक छोटा सा बालक
जब भी आगे  चलना सीखता है
 असफल होता है पर निराश नहीं
दो कदम आगे बढ़ते ही
आँखों में  आ जाती चमक 
 उत्साह कुलाचें भरता है
प्रोत्साहन के दो शब्द
उसमें  भर देते हैं जोश
पर हार उसके मन को
 कर देती है हताश 
 वह कई कई बार
भर कर नेत्रों में जल
कभी गिरता है उठता है
नकारात्मक विचार मन में 
फिर से किये यत्न में
 भी सफल नहीं  हो पाता
तब नन्हीं  सी  आशा की किरण
दबी कहीं किसी कोने में उभरती 
 हर व्यक्ति में उठती पूरी शिद्दत से
आगे बढ़ने की ललक लिए
फिर से किये यत्न में निराश होता
सोच  हो यदि सकारात्मक
क्या कठिन है इसे करना
सफलता उसके कदम चूमेंगी
है यही मूलमंत्र
उन्नति की राह  का
आकांक्षा पर दुनिया टिकी है
यही सोच मेरी है|
 आशा







13 मार्च, 2018

हाइकू

१-है मन मेरा
सरिता जल जैसा
उर्म्मी उठी

२-माता व् पिता
दो पहिये गाडीके
चलते चलें

३-उमंग भरी
है मन की साधना
सब से खरी

४-होली के रंग
खेले प्रियतम से
उदासी मिटी