24 जून, 2014

अविरल धारा



अविरल धारा नदिया की
दे रही सन्देश यही
जीवन उस जैसा हो
ना बाधाओं ने घेरा हो |
झर झर झरता झरना
पर्वत से नीचे आता
तनिक भी भयभीत नहीं
जिंदगी नहीं उस जैसी
पर सभी लगते सपने से
जीवन ऐसा गतिमान नहीं
बाधित होता रहता
उतार चढ़ाव से भरा रहता  |
चंद लोग ही होते ऐसे
जो हर बाधा पार करते
कोई पत्थर ऐसा नहीं
जिसे नहीं हटा पाते |
व्यवधान अंतराल बाधाएं
जीवन मार्ग कठिन करते
जब पार उन्हें कर लेते
सम्रद्ध होने का श्रेय लेते |
भ्रम से भ्रमित नहीं होते
समय का दामन थामे 
अग्रसर होते जाते
सफलता की कुंजी पाते  |
आशा

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