09 अप्रैल, 2013

नव वर्ष

आप सब को नव वर्ष के शुभ अवसर पर हार्दिक शुभ कामनाएं यहाँ नव वर्ष कैसे मनाया जाता है देखिये :-

नव संवत्सर का प्रथम दिवस
घर घर सजे दरवाजे 
साड़ी की गुड़ियों से 
  शुभ कामनाएं दे रहे परस्पर 
प्यार से गले मिल कर 
नौ दिन तक उपवास करते 
महिमा गाते दुर्गा माँ की 
जौ,तिल घी लौंग की आहुति दे
 हवन करते
वायुमंडल की शुद्धि करते
पूरम पूरी ,गुजिया और
देते प्रसाद चने की दाल का 
सौहाद्र का इजहार करते 
कच्चे आम की कैरी का पना 
लगता बड़ा स्वादिष्ट
आज भी है परम्परा इस दिन
सुबह नीम की कोपल खाने की
हल्दी कुमकुम  देने की 
भर गोद आशीष लेने की |
नव वर्ष हो शुभ  सभी को 
कामना है यही 
हर बरस से अच्छा हो्
सद ्भावना है यही |

वैसे तो यह परम्परा महाराष्ट्र की है पर यदि सब लोग इतनी खुशियाँ इसी प्रकार बांटे तो जितना आनंद मिलेगा शायद कम हो |
आशा



10 टिप्‍पणियां:

  1. आशा जी आपको भी नव संवत्सर की शुभकामनाएं...
    आभार इस सुन्दर पोस्ट के लिए.

    सादर
    अनु

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  2. उम्दा,बहुत प्रभावी जानकारी देती प्रस्तुति !!!
    recent post : भूल जाते है लोग,

    जवाब देंहटाएं
  3. नवसंवत्सर की शुभ कामनाएँ आशा जी....
    ज्ञान वर्धक रचना ....
    धन्यवाद....

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  4. अरे वाह ! बहुत प्यारी रचना ! गुडी पडवा, नव संवत्सर और नव वर्ष की आपको हार्दिक शुभकामनायें !

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  5. नवसंवत्सर की शुभ कामनाएँ आशा जी !!

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  6. बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
    आपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि-
    आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा आज बुधवार (10-04-2013) के "साहित्य खजाना" (चर्चा मंच-1210) पर भी होगी! आपके अनमोल विचार दीजिये , मंच पर आपकी प्रतीक्षा है .
    सूचनार्थ...सादर!

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  7. नव-संवत्सर की मंगल-कामनाएं हमारी ओर से भी!

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